गुड़हल का फूल Hibiscus Flower In Hindi
यह पोस्ट Hibiscus Flower Information In Hindi गुड़हल का फूल (Gudhal Ka Phool) की जानकारी पर है। गुड़हल का फूल एक आकर्षक और खूबसूरत फूल है। यह फूल गुड़हल नामक पौधे पर लगता है। गुड़हल को अंग्रेजी में Hibiscus कहते है। जितना यह फूल सुंदर है उतना ही स्वास्थ्यवर्धक है। इसके फूल से बना तेल बालों के लिए फायदेमंद है। गुड़हल का फूल की रोचक जानकारी और तथ्य इस पोस्ट में जानने का प्रयास करते है।
गुड़हल का फूल की जानकारी Hibiscus Flower Information In Hindi –
1. गुड़हल का फूल (Hibiscus Flower) झाड़ी रूपी पौधे पर लगता है। यह एक खूबसूरत और सुगंध रहित पुष्प है। यह आकार में तुरही के तरह होता है। फूल में 5 या इससे ज्यादा पंखुड़ी होती है। फूल के बीच में पुंकेसर होता है और यही से गुड़हल का बीज निकलता है। नर और मादा दोनों प्रजनन अंग इस फूल में होते है।
2. गुड़हल का फूल लाल, सफेद, पीला, गुलाबी इत्यादि रंगों में होता है। इसके पुष्प की चौड़ाई 5 सेंटीमीटर तक होती है। गुड़हल का पौधा आपके बगीचे की शोभा बढ़ाता है।
3. यह पुष्प पूरी दुनिया में पाया जाता है। इसकी 200 से ज्यादा प्रजातियां एशिया, अफ्रीका, यूरोप में मिलती है। भारत देश में भी गुड़हल का पुष्प पाया जाता है। आमतौर पर गुड़हल गर्म प्रदेशों में मिलता है।
4. गुड़हल के पौधे की पत्तियां हरे रंग की होती है। पत्तियां अंडाकार और इनके किनारे दांतो की तरह होते है। गुड़हल का पौधा औसत लंबाई का है जो 15 फ़ीट की ऊंचाई तक जाता है।
5. गुड़हल का पौधा नम मिट्टी में पनपता है। इसे पानी की ज्यादा जरूरत होती है। जलवायु ठंडी लेकिन हवादार होनी चाहिए। इसकी ज्यादातर प्रजातियां गर्मियों में पनपती है।
6. गुड़हल के फूल का मुख्य उपयोग तेल के लिए होता है। इस फूल का तेल बालों और त्वचा के लिए लाभकारी है। बालों में गुड़हल का तेल लगाने से बाल झड़ना और सफेद होना कम हो जाते है। बालों का डेंड्रफ भी कम होता है।
7. इस फूल को देवी देवताओं को अर्पित भी किया जाता है। खासकर काली मां और भगवान गणेश की पूजा में गुड़हल का फूल शुभ माना जाता है।
Gudhal Ka Phool Information गुड़हल की जानकारी –
8. गुड़हल (Hibiscus Flower) की चाय भी काफी फेमस है। इससे बनी चाय कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। गुड़हल की चाय में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है जो एन्टी एजिंग विशेषता रखते है। गुड़हल की चाय पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है।
9. कई प्रकार की आर्युवेदिक औषधि बनाने में गुड़हल का फूल इस्तेमाल किया जाता है। इनके फुलो को सुखाकर पीसकर इसका लेप त्वचा पर लगाने से त्वचा कोमल और मुलायम होती है।
10. गुड़हल की पत्तियों के सेवन से सर्दी खांसी और जुकाम में राहत मिलती है। इसमें मौजूद विटामिन सी सर्दी जुकाम को कम करता है। इसके लिए गुड़हल का काढ़ा बनाया जाता है। गुड़हल की पत्तियों को चबाने से मुंह के छाले कम होते है।
11. गुड़हल के फूल (Hibiscus Flower) और पत्तियों से नुकसान भी होता है। गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि गर्भपात हो सकता है।
12. गुड़हल के फूल को सजावट के लिए भी उपयोग किया जाता है। शादी समारोह या किसी खास कार्यक्रम में गुड़हल के फूल की सजावट की जाती है।
13. गुड़हल पुष्प मलेशिया और दक्षिण कोरिया का राष्ट्रीय फूल भी है।
14. गुड़हल की एक प्रजाति का नाम शेरोन का गुलाब है जो चीन देश में पायी जाती है। गुड़हल के फूल का इस्तेमाल चीन में जूता पोलिश करने में भी होता है।
15. गुड़हल के फूल को इंग्लिश में हिबिस्कस, सँस्कृत में जपा, गुजराती में जासुद, बंगाली में जुबा और मराठी में जासवन्द कहते है।
16. गुड़हल औषधि के अलावा भोज्य प्रदार्थ भी है। कई देशों में खासकर कैरेबियन देशों में गुड़हल की चटनी, सूप, सलाद बनाया जाता है।
17. मधुमक्खी, हमिंग बर्ड, तितली जैसे कीट और पक्षी गुड़हल फूल का रसपान करते है।
18. गुड़हल का पौधा आसानी से हमे मिल जाता है। यह पौधा बहुतयात से भारत देश में मिलता है।
अन्य फूलों की जानकारी –
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Gudhal ka classsification