pH मान क्या होता है? pH का फुल फॉर्म क्या होता है? ये प्रश्न अक्सर आपके सामने आते होंगे। पीएच वैल्यू की इस पोस्ट What Is pH Value In Hindi में किसी भी प्रदार्थ की pH क्या होती है? बतायी गयी है। किसी भी प्रदार्थ की अम्लता और क्षारीयता का पता उसकी pH वैल्यू से चलता है। पीएच मान के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया गया है।
pH मान क्या होता है What Is pH Value In Hindi
1. किसी भी विलयन की pH वैल्यू एक संख्या है जो उस विलयन की सांद्रता (Concentration) बताती है। इसी मान के आधार पर उस प्रदार्थ की अम्लता और क्षारीयता प्रदशित होती है। विलयन में H आयनों की सांद्रता का नेगेटिव लोगरिदम (Negative Logarithm) ही pH मान कहलाता है।
2. किसी भी विलयन या घोल प्रदार्थ का pH मान ज्ञात करने का सूत्र – विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता/ लीटर ज्ञात की जाती है।
pH= -log10[H+]
pH का फुल फॉर्म क्या होता है pH Full Form In Hindi –
3. pH का फुल फॉर्म क्या होता है –
pH Full Form in Hindi – Potential Of Hydrogen or Power Of Hydrogen जिसका हिंदी में अर्थ “हाइड्रोजन की क्षमता” होता है।
4. pH मान की खोज वर्ष 1909 में डेनमार्क के रसायनविद एस पी एल सोरेनसेन ने की थी। उन्होंने यह महत्वपूर्ण खोज कार्ल्सबर्ग लेबोरेट्री में की थी। सोरेनसेन का जन्म डेनमार्क में वर्ष 1868 में हुआ था। उन्होंने हाइड्रोजन आयन की सांद्रता बताने वाले मापक या स्केल को बनाया था। pH Scale पर 0 से 14 मान होते है जबकि बिंदु 7 उदासीन होता है।
5. किसी भी विलयन या प्रदार्थ की अम्लता और क्षारीयता उसकी pH संख्या से पता चलती है। जीव के शरीर की अम्लीयता या क्षारीयता उसकी पीएच वैल्यू से ही पता होती है। इसलिये पीएच मान किसी भी विलयन की अम्लीयता और क्षारीयता का पैमाना है।
6. विलयन pH वैल्यू के आधार पर तीन प्रकार के होते है –
- उदासीन विलयन (Neutral Solution) – क्या आप जानते है कि शुद्ध जल का pH मान 7 होता है। यह मान उदासीन कहलाता है क्योंकि शुद्ध जल किसी अन्य घोल से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नही करता है। शुद्ध पानी में हाइड्रोजन आयन और हाइड्रोक्साइड आयन की मात्रा समान होती है।
- अम्लीय विलयन (Acidic Solution) – अगर किसी घोल या विलयन का pH मान 7 से कम है तो वह घोल अम्लीय होता है। हाइड्रोजन के आयन (H+) की सांद्रता विलयन में बढ़ती है तो वह अम्लीय हो जाता है। जबकि हाइड्रोक्साइड आयन की मात्रा कम होती है। pH का मान जितना कम होता है, उतना ही प्रदार्थ खट्टा होता है। अम्ल, नीले लिटमस पत्र का रंग लाल करता है।
- क्षारीय विलयन (Alkaline Solution) – pH7 से अधिक मान होने पर घोल क्षारीय प्रकृति का होता है। अगर हाइड्रोजन आयन की मात्रा विलयन में कम होती है तो उसकी प्रकृति क्षारीय होती है। जबकि हाइड्रोक्साइड आयन की मात्रा ज्यादा होती है। क्षारीय प्रदार्थ का स्वाद कसैला या बेस्वाद होता है। क्षार को लिटमस पत्र पर मिलाने पर पत्र का रंग नीला हो जाता है।
लिटमस की प्रकृति उदासीन होती है। यह रंजकों का समूह है जिसका रंग बैंगनी होता है। लिटमस को प्राकृतिक सूचक भी कह सकते है। एक फ़िल्टर पेपर को लिटमस में डुबोकर लिटमस पत्र तैयार किया जाता है।
7. कुछ सामान्य प्रदार्थो के pH मान (pH Value In Hindi) –
पानी उदासीन होता है जबकि इसका pH मान 7 है। किसी भी क्षारीय प्रदार्थ को पानी में मिलाने पर उसका पीएच मान बढ़ता है।
- नींबू के रस का pH मान 2.5 होता है। इसी कारण यह अम्लीय होता है।
- सिरके का पीएच मान 3 होता है।
- ढूध की पीएच वैल्यू 6.5 होती है। यह भी अम्लीय होता है।
- टमाटर का पीएच लेवल 4 होता है जिससे यह अम्लीय होता है।
- समुद्री जल का pH मान 8.4 होता है। इसी कारण समुद्री जल की प्रकृति क्षारीय होती है।
- HCL (Hydro Caloric Acid) का pH मान 0 होता है।
- बैटरी में मौजूद एसिड का pH मान 1 होता है।
- Nacl (सोडियम क्लोराइड) – इसकी पीएच वैल्यू 7 होती है।
- बैंकिंग सौड़ा का पीएच मान 8.3 होता है जिस कारण यह क्षारीय होता है।
पीएच मान की जानकारी pH Man Kya Hota Hai
8. मिट्टी का pH मान ज्ञात करके मिट्टी की सांद्रता मालूम कि जा सकती है। इससे मिटटी की उर्वरकता पता हो जाती है।
9. मनुष्य शरीर में pH मान का संतुलन रहना जरूरी है। आप जानते ही है कि रक्त में ऑक्सीजन का प्रवाह होता है। रक्त में पीएच मान 7.5 पर ऑक्सीजन का संचरण कोशिकाओं में होता है। अगर pH वैल्यू इससे कम है तो ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है। इससे कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
10. शरीर में pH वैल्यू कम होने पर कैल्शियम की कमी हो जाती है। शरीर खनिज प्रदार्थो का अवशोषण कम कर देता है। इस कारण हड्डियां कमजोर हो जाती है। अतः शरीर में पीएच लेवल संतुलित रहना चाहिए।
11. मानव शरीर का pH मान ज्ञात करने के लिए यूरिन टेस्ट किया जाता है। सामान्यतः यूरिन की पीएच वैल्यू 6 से 7 के बीच रहती है। अगर यूरिन का pH इस वैल्यू से ऊपर या निचे रहता है तो शरीर क्षारीय या अम्लीय होता है। जब मनुष्य रोगी हो जाता है तब डॉक्टर यूरिन टेस्ट की सलाह देते है। इससे शरीर में रोगों का पता चलता है।
12. चटपटा मसालेदार भोजन करने पर अक्सर गैस और एसिडिटी की समस्या हो जाती है। इसका कारण आंतो में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अधिकता होना है। इसलिए संतुलित क्षारीय फलों या भोजन का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है।
13. अम्ल और क्षार आपस में मिलकर लवण या जल बनाते है। लवण और जल उदासीन होते है।
अन्य महत्वपूर्ण पोस्ट्स –
Note – इस पोस्ट What Is pH Value In Hindi में pH मान क्या होता है? और pH का फुल फॉर्म क्या होता है (pH Full Form in Hindi)? प्रश्नो का उत्तर संक्षिप्त में कैसा लगा। “pH Value In Hindi Information” आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मिडिया प्लेटफार्म शेयर जरूर करे।