इस पोस्ट What Is Plastic In Hindi में प्लास्टिक क्या है (Plastic Information), प्लास्टिक के प्रकार (Types Of Plastic In Hindi), आविष्कार और उपयोग नुकसान पर जानकारी है। प्लास्टिक एक उपयोगी प्रदार्थ है जो दुनियाभर में कई प्रकार के सामान बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। पर्यावरण के लिए प्लास्टिक हानिकारक है क्योंकि इसके गंभीर दुष्परिणाम होते है।
दोस्तों, प्लास्टिक के लाभ और हानियां दोनों है, हमें प्लास्टिक का बेहतर उपयोग करना चाहिए। तो आइये दोस्तों, प्लास्टिक क्या है, आविष्कार और प्लास्टिक से होने वाले नुकसान पर इस आर्टिकल “Information About Plastic In Hindi” में चर्चा करते है।
प्लास्टिक क्या है What Is Plastic In Hindi
प्लास्टिक का इतिहास जानने से पहले प्लास्टिक क्या है (What Is Plastic In Hindi)? इस प्रश्न का उत्तर जानने का प्रयास करेंगे। प्लास्टिक एक ग्रीक भाषा के शब्द “प्लास्टिकोज” से बना हुआ है जिसका अर्थ “बनाना” है। प्लास्टिक कार्बनिक और अकार्बनिक प्रदार्थ से बना होता है। प्लास्टिक बहुलक प्रदार्थ (Polymer) से बना होता है जो पेट्रोकेमिकल से प्राप्त होते है।
प्लास्टिक में बेंजीन, ऐथेलिन, प्रोपिलीन जैसे बहुलक होते है। ये असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है जो बनने के बाद सख्त हो जाते है। प्लास्टिक के निर्माण में बहुलिकरण की प्रकिया उपयोग में ली जाती है। वैसे प्लास्टिक निर्माण की प्रक्रिया उसके प्रकार पर निर्भर करती है। प्लास्टिक विद्युत का कुचालक भी है, इसलिए इलेक्ट्रिकल उपकरण इसी के बनाये जाते है। इसी गुण के कारण विद्युत तारों पर प्लास्टिक की खोल भी चढ़ाई जाती है।
मैटेरियल प्लास्टिक से बने उत्पाद वजन में अन्य प्रदार्थ के उत्पादों से हल्के होते है। कुछ प्रकार के प्लास्टिक कम घनत्व के होते है। प्लास्टिक पानी और मिट्टी में आसानी से विघटित नही होता है। इसके पूर्णतः विघटन में कई सौ वर्ष भी लग सकते है।
प्लास्टिक के प्रकार Types Of Plastic In Hindi
प्लास्टिक (Plastic) थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग दो प्रकार की होती है।
1. थर्मोप्लास्टिक (Thermoplastic) – इस प्रकार की प्लास्टिक गर्म करने पर कई रूप ले सकती है। गर्म करने पर यह प्लास्टिक मुलायम हो जाती है जबकि ठंडी करने पर सख्त हो जाती है। इसके साथ कई बार गर्म करने की प्रोसेस दोहराई जा सकती है।
उदाहरण – पोली विनाइल क्लोराइड (PVC), पॉलीस्तीरीन, नायलॉन इत्यादि थर्मोप्लास्टिक के उदाहरण है।
2. थर्मोसेटिंग (Thermosetting) – इस प्रकार की प्लास्टिक एक बार गर्म करने पर सेट हो जाती है। इसे बार बार गर्म नही किया जा सकता है। थर्मोसेटिंग प्लास्टिक केवल एक बार ही इच्छित आकार में ढल सकती है।
उदाहरण – वीटल, बेकेलाइट इत्यादि थर्मोसेटिंग के उदाहरण है।
प्लास्टिक का आविष्कार किसने किया Plastic Ka Avishkar Kisne Kiya
दोस्तों, दुनिया की पहली मानव निर्मित प्लास्टिक का आविष्कार वर्ष 1862 में अलेक्जेंडर पार्केस नामक रसायनविद ने किया था। वो इंग्लैंड के निवासी थे जिन्होंने कार्बनिक पदार्थ सेलूलोज को बनाया था। प्लास्टिक के आविष्कार में अमेरिकी नागरिक लियो बैकलैंड का हाथ भी था। उन्होंने वर्ष 1907 में बेकेलाइट नामक पहले कृत्रिम प्लास्टिक का निर्माण किया था।
बैकलैंड ने फिनॉल और फॉर्मेहिलड़ से इसे बनाया था। सर्वप्रथम उन्होंने ही प्लास्टिक टर्म का इस्तेमाल किया था। प्लास्टिक में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली पॉलीथिन का आविष्कार जर्मन वैज्ञानिक मिस्ट हैन्स वॉन ने किया था
प्लास्टिक के उपयोग Uses Of Plastic In Hindi
- प्लास्टिक से कई प्रकार के उत्पाद बनाये जाते है। आपके दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले लगभग हर उत्पाद प्लास्टिक से बने हुए है। टूथब्रश से लेकर पानी भरने के लिए बाल्टी तक प्लास्टिक की बनी होती है।
- फ्रीज, टीवी, वाशिंग मशीन इत्यादि कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण प्लास्टिक मैटेरियल के बने होते है।
- प्लास्टिक की बनी बोतल में पानी मिलता है। प्लास्टिक से बनी हुई पॉलीथिन का उपयोग बाजार से सब्जी और खाद्य पदार्थ लाने में होता है।
- प्लास्टिक का उपयोग टेबल, कुर्सी जैसे घरेलू फर्नीचर बनाने में भी किया जाता है।
- बच्चों के खिलौने भी प्लास्टिक के बने होते है। नल या लाइट फिटिंग में इस्तेमाल होने वाले पाइप भी प्लास्टिक मेटेरियल के बने होते है। यहां तक कि हमारे मोबाइल भी इसी के बने होते है।
- हम प्लास्टिक से चारों और से घिरे हुए है। प्लास्टिक से बने उत्पाद जल्दी खराब नही होते है। इस पर हवा या पानी का भी कोई प्रभाव नही होता है। किसी भी धातु के मुकाबले प्लास्टिक सस्ती होती है। यही एक बड़ा कारण है कि आजकल कई वस्तु प्लास्टिक की बनी होती है।
प्लास्टिक से होने वाले नुकसान Plastic Pollution And Side Effects
इस प्रदार्थ से पृथ्वी के पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है। पर्यावरण प्रदूषण के लिए प्लास्टिक काफी हद तक जिम्मेदार है। प्लास्टिक पर्यावरण को दूषित करता है। यह कई सौ वर्षों तक नही मिटता है। प्लास्टिक आसानी से विघटित नही होता जिससे कई सौ वर्षों बाद भी अपने रूप में बना रहता है। यह आसानी से नष्ट होने वाला प्रदार्थ नही है, इसलिए खतरनाक है।
प्लास्टिक के उत्पादों में कई हानिकारक कैमिकल्स होते है जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते है। प्लास्टिक से हमारी नदियां, समुद्र और झीलें प्रदूषित हुई है। इन जल स्रोतों में रहने वाले जीव जंतुओं पर भी प्लास्टिक प्रदूषण का व्यापक प्रभाव हुआ है। प्लास्टिक के जलने पर विषैली गैस निलकती है जो नुकसानदेह होती है।
प्लास्टिक से निकलने वाले खतरनाक रसायनों से मनुष्य और अन्य जीवों के स्वास्थ्य को नुकसान होता है। कई प्रकार की गम्भीर बीमारियां प्लास्टिक पॉल्युशन से होती है। प्लास्टिक मिट्टी में पड़े रहते है जिससे मृदा प्रदूषण होता है।
लोग सिंगल उपयोग होने वाले प्लास्टिक बैग और बॉटल्स पानी या सड़को पर फेंक देते है। इसी कारण प्लास्टिक से प्रदूषण बढ़ता है। इस प्लास्टिक कचरे को गाय, बकरी जैसे पालतू जानवर खा जाते है। इस कारण इन जानवरों की मृत्यु तक हो जाती है।
प्लास्टिक की जानकारी
एक अनुमान के मुताबिक हर वर्ष करीब 100 मिलियन टन प्लास्टिक से बने उत्पादों का निर्माण होता है। इनमें से ज्यादातर प्लास्टिक नष्ट नही हो पाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में मौजूद तेल का 8 फीसदी प्लास्टिक निर्माण में उपयोग होता है।
प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए इसका कम से कम उपयोग किया जाना चाहिए। प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े के बैग उपयोग करने चाहिए। प्लास्टिक कचरे को यहां वहां नही फेंखना चाहिए। प्लास्टिक को खत्म नही किया जा सकता है लेकिन इसकी रीसाइक्लिंग की जा सकती है।
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Note – इस पोस्ट What Is Plastic In Hindi में प्लास्टिक क्या है, प्लास्टिक के प्रकार (Types Of Plastic In Hindi), प्लास्टिक का आविष्कार, उपयोग (Uses Of Plastic In Hindi) और प्रदूषण के बारे में संक्षिप्त में जानकारी आपको कैसी लगी। यह आर्टिकल “Plastic Information In Hindi” पसंद आया हो तो इसे फेसबुक और ट्विटर पर शेयर जरूर करे।