Best Inspirational Story In Hindi हॉकी खिलाडी संदीप सिंह की प्रेरक कहानी
मजबूत इच्छाशक्ति ही सफलता का पर्याय है। Best Inspirational Story In Hindi अगर इंसान की मजबूत इच्छाशक्ति है तो वह कुछ भी कर सकता है, चाहे परिस्थिति विषम ही क्यों ना हो।भारतीय हॉकी के खिलाड़ी और पूर्व कप्तान संदीप सिंह Sandeep Singh ऐसी ही इच्छाशक्ति रखते है। संदीप सिंह ने व्हील चेयर से उठकर हॉकी में कमबैक करके दुनिया को दिखा दिया कि इंसान में अगर दृढ़ संकल्प हो तो वो कुछ भी कर सकता है। तो आइए दोस्तो संदीप सिंह के जीवन से प्रेरणा लेते है।
Hockey Player Sandeep Singh Biography In Hindi
Sandeep Singh Biography In Hindi – संदीप सिंह का जन्म 1 फरवरी 1986 को हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहबाद में हुआ था। संदीप सिंह के पिता का नाम गुरुचरण सिंह और माता का नाम दलजीत कौर है। संदीप सिंह को बचपन से ही खेलो में रुचि थी। उनका सपना देश के लिए खेलने का था और उन्होंने अपने सपने को पूरा भी किया।
संदीप सिंह का विवाह हॉकी खिलाड़ी हरजिंदर कौर के साथ हुआ। संदीप सिंह ने 2004 में अपने कैरियर की शुरुआत बतौर हॉकी खिलाड़ी की थी। यह अजलान शाह कप था। 2009 में संदीप सिंह को भारतीय टीम का कप्तान बना दिया गया। इनकी कप्तानी में भारत ने मलेशिया को हराकर 2009 का सुल्तान अजलान शाह कप जीता था। संदीप सिंह ने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल किये थे।
एक घटना ने संदीप सिंह Sandeep Singh की जिंदगी बदल दी। 22 अगस्त 2006 को ट्रैन में एक घटना हुई जिसमे सन्दीप बुरी तरह से घायल हो गए। संदीप सिंह के दोस्त मेजर सिंह की बन्दूक से दुर्भाग्यवश गोली चल गई और उनकी जांघ पर लग गयी। 2 दिन बाद ही सन्दीप को वर्ल्डकप खेलना था लेकिन इस घटना ने उनके सपने को तोड़ कर रख दिया।
संदीप सिंह के शरीर का निचला भाग पेरेलाइज हो गया। डॉक्टर ने भी कह दिया कि ये नही खेल पाएंगे। सभी को यही लग रहा था कि अब उनका कैरियर खत्म हो गया है लेकिन संदीप सिंह तो ठहरे “सिंह” उन्होंने हार नही मानी और दृढ़ निश्चय कर लिया कि उन्हें भारतीय टीम में वापसी करनी है।
Best Inspirational Story In Hindi
2 साल तक संदीप व्हीलचेयर पर रहे लेकिन संदीप की यह मजबूत इच्छाशक्ति थी कि उसने वापस कमबैक किया और भारतीय टीम में जगह बनाई। संदीप सिंह पैनल्टी कार्नर विशेषज्ञ और ड्रैग फ्लिपर है। भारत सरकार ने संदीप सिंह को उनके हॉकी खेल में उल्लेखनीय योगदान के लिए 2010 में अर्जुन अवार्ड दिया था। संदीप सिंह के इस प्रेरणादायक जीवन पर एक बॉलीवुड मूवी भी बन रही है जिसका नाम सुरमा है और इस मूवी में अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने संदीप सिंह का रोल निभाया है।
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