इस पोस्ट Information About Aryabhatta In Hindi में आर्यभट के बारे में जानकारी जानने का प्रयास करेंगे। भारत महान लोगो का देश रहा है। इस धरा पर कई खगोलवीद, गणितज्ञ और वैज्ञानिक पैदा हुए है जिन्होंने अपने कार्य से दुनिया मे भारत का नाम ऊंचा किया।
ऐसे ही महान शख्स आर्यभट थे। आर्यभट (Aryabhatta) एक महान खगोलवीद और गणितज्ञ थे। आर्यभट को उनकी सबसे महत्वपूर्ण खोज “जीरो 0” के लिए जाना जाता है।
आर्यभट के बारे में जानकारी Information About Aryabhatta In Hindi
1. आप जानते ही होंगे की आर्यभट (Aryabhatta) ने ही शून्य 0 की खोज की थी।
2. आर्यभट ने पृथ्वी के सूर्य के चारो और चक्कर लगाने की व्याख्या की थी। उन्होंने बताया कि पृथ्वी 365 दिन 6 घण्टे 12 मिनट और 30 सेकण्ड में सूर्य का एक चक्कर लगाती है।
3. आर्यभट (Aryabhatta) का जन्म कुसुमपुर (पटना) में 476 ईसा पूर्व हुआ था।
4. आर्यभट ने आर्यभटीय ग्रंथ की रचना की थी जो कि गणित का एक ग्रन्थ है। यह ग्रन्थ संस्कृत में लिखा गया था जिसमे पूरे 118 श्लोक है।
5. आर्यभट ने पाई का सटीक मान निकाला था जो 3.1622 था।
6. आर्यभट (Aryabhatta) ने बड़ी संख्याओं को संक्षित में लिखने की विधि अक्षरांक की खोज की थी।
7. आर्यभट ने पृथ्वी की परिधी की गणना भी की थी। इनके अनुसार पृथ्वी की परिधि 24835 मील थी जो कि आधुनिक मान 24902 मील के करीब है।
आर्यभट पर निबंध Short Essay On Aryabhatta In Hindi –
10. आर्यभट ने यह भी बताया था कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है।
11. आर्यभट (Aryabhatta) सृस्टि और प्रलय के चक्र को नही मानते थे। उनके अनुसार काल अनादि और अनन्त है।
12. आर्यभट के सम्मान में भारत ने अपने पहले उपग्रह का नाम आर्यभट रखा था।
13. आर्यभट ने चन्द्रमा के पृथ्वी के चारो और चक्कर लगाने का समय 27.32167 बताया था जो आज की आधुनिक गणना के समीप है।
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