रडार क्या है? रडार कैसे कार्य करता है? रडार की फुल फॉर्म? उपयोग इन सभी प्रश्नों के उत्तर What Is Radar In Hindi में देने का पूरा प्रयास है। रडार से दूरी और दिशा पता लगायी जाती है। रडार एक उन्नत टेक्नोलॉजी है जिसका उपयोग रेडियो तरंगों के माध्यम से दूर मौजूद वस्तु की स्थिति का पता लगाने में किया जाता है। तो आइए दोस्तो रडार तकनीक क्या है (Radar System In Hindi) और रडार की फुल फॉर्म के बारे में जानने का प्रयास करते है।
रडार क्या होता है – What Is Radar In Hindi
कोहरा, घुंध, बारिश, अंधेरा इत्यादि परिस्थितियों में दूर स्थित किसी वस्तु की दिशा, ऊंचाई और दूरी ज्ञात करने में रडार तकनीक इस्तेमाल की जाती है। समुद्री जहाज हो या फिर हवाई जहाज रडार से उनकी आभासी आकृति का पता लगाया जा सकता है। रडार से किसी भी गतिमान ठोस वस्तु का पता लगाया जा सकता है।
रडार रेडियो वेव्स के सिद्धांत पर कार्य करता है। रडार तकनीक में रेड़ियो तरंगों का उपयोग किया जाता है। रेड़ियो तरंगे अपने खास गुण के कारण किसी भी ठोस वस्तु से टकराकर वापस परावर्तित होती है। रेडियो तरंगों की गति 1 लाख 86 हजार मील प्रति सेकंड होती है।
रडार से रेडियो तरंगों को लगातार अंतराल में Send और Receive किया जाता है। इससे वस्तु की गति का भी पता लग जाता है। रडार से रेड़ियो तरंगे कम्पन्न के रूप में निकलती है।
Radar की Full Form क्या है?
Radar का फुल फॉर्म “Radio Detection And Ranging” है।
रडार कैसे कार्य करता है? (How Radar Works In Hindi)
किसी भी ठोस वस्तु का पता लगाने के लिए रडार से सूक्ष्म रेडियो तरंगे भेजी जाती है। ये रेडियो तरंगे उस ठोस वस्तु से टकराकर वापस लौटती है। तरंगों के उस वस्तु तक जाने और टकराकर वापस आने में लगने वाले समय की गणना की जाती है। रेड़ियो तरंगों की गति और तरंगों के ठोस वस्तु से टकराकर लौटने के समय से गणना करके दूरी आसानी से ज्ञात की जा सकती है।
रडार में लगे एंटीना यंत्रों से वस्तु की दिशा भी ज्ञात की जा सकती है। उस वस्तु की गति भी रडार की सहायता से कैलकुलेट की जा सकती है। रेडियो तरंगों के डेटा को कंप्यूटर स्क्रीन पर देखा जा सकता है। कंप्यूटर ही रेड़ियो तरंगों के डेटा को प्रोसेस करता है।
रडार यंत्र में एक ट्रांसमीटर होता है। इसी ट्रांसमीटर से रेडियो तरंगों को छोड़ा जाता है। ट्रांसमीटर में मैग्नेट्रॉन लगा होता है जो रेडियो वेव्स को उपन्न करता है। रडार में रिसीवर भी लगे होते है जो परावर्तित रेड़ियो तरंगों के सिग्नल्स को पकड़ते है। रडार में लगा एंटीना ही तरंगों को Send और Receive करता है।
रडार का आविष्कार किसने किया था?
रडार का आविष्कार टेलर और लियो यिंग ने वर्ष 1922 में किया था। रेडियो तरंगों का पता सर्वप्रथम जेम्स क्लार्क मैक्सवेल ने लगाया था। हेनरिक हर्ट्ज ने प्रयोगों के द्वारा रेडियो तरंगों की पुष्टि की थी।
रडार के उपयोग Uses Of Radar In Hindi
1. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान रडार तकनीक का बहुत इस्तेमाल किया गया था। दुश्मन जहाजों की स्थिति और दिशा ज्ञान का पता लगाया जाता था।
2. किसी भी देश की सुरक्षा में रडार तकनीक प्रभावी होती है। दुश्मन देश के लड़ाकू विमान दिशा और दूरी का पता लगाया जा सकता है।
3. हवाई जहाजों की स्थिति, दिशा और दूरी का भी रडार से पता लगाया जाता है। इससे आसमान में जहाज आपस में टकराते नही है। रडार का ऐसा ही उपयोग पानी के जहाजों में भी किया जाता है।
4. इस तकनीक की मदद से मौसम की जानकारी भी ली जाती है। मौसम में परिवर्तन, आंधी तूफान और बारिश का अंदाजा भी लगाते है।
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रडार से बचने की तकनीक क्या है?
रडार (Radar) से बचने की तकनीक को स्टील्थ कहते है। अगर वस्तु या ऑब्जेक्ट की आगे की शेप नुकीली हो तो रेड़ियो तरंगे उससे टकराकर बिखर जाती है। इस परिस्थिति में रडार तकनीक कार्य नही कर पाती है। नकली सिग्नल्स उत्पन्न करके भी रडार टेक्नोलॉजी को मात दी जाती है।
What Is Radar System In Hindi में रडार क्या होता है? रडार कैसे कार्य करता है? और रडार की फुल फॉर्म क्या है? रडार के उपयोग के बारे में जानकारी आपको कैसी लगी? अगर यह आर्टिकल “Radar System क्या है?” अच्छा लगा हो तो इसे शेयर भी करे।
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