गरीबी पर निबंध Essay On Poverty In Hindi
यह निबंध Essay On Poverty In Hindi आर्टिकल गरीबी पर निबंध (Garibi Par Nibandh) और गरीबी क्या है (What Is Poverty In Hindi) पर आधारित है। गरीबी को निर्धनता कहते है क्योंकि गरीबी में जीवनयापन करने वालों के पास पर्याप्त धन नही होता है। कुछ सामान्य जरूरत के लिए भी उन्हें मोहताज होना पड़ता है। रोटी, कपड़ा और मकान की बुनियादी सुविधा के लिए भी गरीब लोग तरस जाते है। गरीबी भारत जैसे विकासशील देश की कड़वी सच्चाई है। इस सच्चाई को नकारा नही जा सकता है। तो आइए दोस्तों, गरीबी पर निबंध के जरिये इस गंभीर समस्या पर प्रकाश डालते है।
गरीबी क्या है पर निबंध What Is Poverty In Hindi Essay –
Essay On Poverty In Hindi – सामान्य जरूरत के लिए धन की कमी होना गरीबी है या बुनियादी चीजों को प्राप्त करने में असमर्थ होना भी गरीबी है। खाने के लिए दो वक्त का भोजन नही मिलता, बारिश और सर्द रातों में सोने के लिए छत नही होती, तन को ढकने के लिए कपड़े नही होते और बीमारी में इलाज कराने के लिए पैंसे नही होते है। यह गरीब लोगों की दशा और दिशा है। पूंजीवादी व्यवस्था में अमीर और अमीर होता है और गरीब और गरीब। पूरे विश्व मे ज्यादातर देशों में यही व्यवस्था है।
गरीबी समय और स्थान के साथ बदलती है। आज जो गरीब है, हो सकता है कि आने वाले समय में अमीर हो। इसी तरह आज जो अमीर है, हो सकता है कि कल गरीब हो जाये। देश के प्रत्येक स्थान पर गरीबी नही है। भारत देश में केरल राज्य अमीर और सम्पन्न है लेकिन इसी देश का बिहार राज्य गरीब है। भारत देश में गरीबी का स्तर मापने के लिए कुछ मापदंड है। एक निश्चित आय सीमा से नीचे के परिवार गरीब कहलाते है। यह आय सीमा वर्तमान महंगाई पर आधारित होती है।
भारत में करीब 37 फीसदी लोग गरीब है। भारत के गरीब राज्यों में बिहार, उड़ीसा उत्तरप्रदेश इत्यादि आते है। भारत के शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रो में गरीबी ज्यादा है। इसका कारण यह भी है की गांवों में मूल सुविधाओं का अभाव है। गरीबी केवल भारत देश की समस्या नही है, यह विश्वव्यापी है जिसका निदान जरूरी है। विश्व में खासकर अफ्रीका के देशों में गरीबी ज्यादा है। एशिया महाद्वीप में भी कई देश गरीबी की श्रेणी में आते है।
भारत में गरीबी का कारण Causes Of Poverty –
निर्धनता (Poverty) का मुख्य कारण अशिक्षा है और अशिक्षा से अज्ञानता पनपती है। इसी कारण भारत में अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि हुई है। एक तो गरीबी का दंश और दूसरी तरफ परिवार में सदस्य ज्यादा, तो एक मजदूरी करने वाला अपने परिवार का पोषण कैसे कर पायेगा। भारत में गरीबी दलित और पिछड़े लोगो मे अत्यधिक है। भारत सरकार की आरक्षण व्यवस्था के कारण सरकारी नौकरियों में इनका प्रतिनिधित्व बड़ा है। इन जातियों में शिक्षा का प्रसार भी हुआ है जिससे कई परिवार गरीबी के दंश से मुक्त हुए है।
गरीबी का एक कारण भ्रष्टाचार भी है। सरकार गरीबों के लिए शिक्षा, मकान, भोजन इत्यादि कई योजनाएं बनाती है। गरीबी उन्मूलन के प्रयास सरकार की और से हमेशा रहते है। लेकिन अफसरशाही और नेताओं के भ्रष्टाचार के कारण योजनाओं का 100 फीसदी लाभ गरीबों तक नही पहुंच पाता है।
गरीबी की समस्या पर निबंध Garibi Par Nibandh –
Essay On Poverty In Hindi गरीबी पर निबंध – निर्धनता को अपराध का जनक भी कहे तो अतिश्योक्ति नही होनी चाहिये। अगर परिवार की आर्थिक हालत खराब होती है तो उस परिवार के लोग जीवन यापन करने के लिए गलत रास्तों का चुनाव भी कर सकते है। इसलिये लोगो के पास रोजगार होना जरूरी है। छोटी छोटी खुशियां पाने में गरीबी एक बाधक की तरह है। गरीब लोगों को उनके अधिकार नही मिल पाते है। हमें गरीबी मुक्त समाज चाहिए जहां जरूरत के लिए किसी को भी गलत चुनाव ना करना पड़े।
गरीबी बीमारियां फैलाती है क्योंकि गरीब लोगों के पास रहने के लिए स्वच्छ वातावरण नही होता है। वो लोग गंदगी में जीवन जीते है जिससे बीमारियां उन्हें घेर लेती है। बच्चों में टीकाकरण का अभाव रह जाता है। बच्चों को उचित भोजन नही मिल पाता है जिससे वो कुपोषण का शिकार हो जाते है। साफ पानी की भी व्यवस्था गरीब बस्तियों में नही होती है। गरीबी के कारण विश्व में हर वर्ष लाखों लोग भूख और आत्महत्या की वजह से मर जाते है। गरीब किसान कृषि के लिए बैंकों और साहूकारों से ऋण लेते है। फसल ना होने के कारण वो अपना ऋण नही चुका पाते। अवसाद में घिरकर किसान आत्महत्या कर लेते है।
गरीबी (Poverty) किसी भी व्यक्ति विशेष के सामाजिक और आर्थिक जीवन को प्रभावित करती है। गरीब परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा तो छोड़िए सामान्य शिक्षा भी ग्रहण नही कर पाते है। शिक्षा का अधिकार सभी लोगो को है लेकिन गरीबी के कारण ऐसा नही हो पाता है। वैसे सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून के तहत गरीब बच्चों को भी बेहतर शिक्षा मुहैया करवाई है।
निर्धनता पर निबंध Essay On Garibi In Hindi –
आजादी से पहले भारत देश में भयंकर गरीबी थी। इसका मुख्य कारण शिक्षा और जागरूकता का अभाव था। आजादी के बाद से सभी सरकारों ने गरीबी मुक्त भारत का प्रयास किया है। नेहरू जी से लेकर नरेंद्र मोदी जी तक सभी सरकारों ने गरीब लोगों के लिए कई योजनाएं लागू की है। इनके कारण कई गरीब लोगों के पास मुक्त अनाज, मुक्त चिकित्सा जैसी सुविधा पहुंची है। प्रधानमंत्री आवास के जरिये बीपीएल लोगो को मकान दिए जा रहे है। महानरेगा स्कीम से गरीब लोगों को 100 दिन का रोजगार मिलता है।
गरीबी को जड़ सहित खत्म करने का सबसे अच्छा उपाय रोजगार है। रोजगार होने पर गरीबी दूर भागती है। गरीब जब चार पैंसे कमाएगा तो खर्च भी करेगा। भारत ही नही पूरी दुनिया में बेरोजगारी वृद्धि चिंता का विषय है। एक तो रोजगार के साधन पहले ही कम है और दूसरा यह है कि जो रोजगार है वो भी घट रहा है। आर्थिक मंदी के चलते कर्मचारी कम्पनियों से बाहर निकाल दिए जाते है। मंदी के कारण ही कई उधोग धंधे बंद पड़े है।
गरीबी (Poverty) को मिटाना है तो हमे रोजगार पैदा करने होंगे, नही तो आने वाला समय बेहद चिंताजनक होने वाला है। गरीबी भारत के विकास में अवरोध की तरह है जिसे मिटाना होगा। इसके लिए हम सभी भारतीयों को प्रयास करना जरूरी है।
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