होली रंगों का त्यौहार है। इस लेख Essay On Holi Festival In Hindi में हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहार होली पर निबंध दिया गया है। यह मस्ती और हर्षोल्लास का उत्सव है। यह उत्सव फागुन के महीने में पूरे भारतवर्ष में हर्ष के साथ मनाया जाता है। हिन्दू धर्म मे होली का त्यौहार विशेष महत्व रखता है। इस त्यौहार के पीछे धार्मिक मान्यताएं भी है।
पुरे भारत में होली मनाई जाती है, खासकर उत्तर भारत में तो होली के विभिन्न रूप देखने को मिलते है। तो आइये दोस्तों, होली का त्यौहार पर निबंध की चर्चा इस पोस्ट “Essay On Holi In Hindi For Class 6, 7, 8, 9, 10” में आगे करते है।
होली पर निबंध – Essay On Holi Festival In Hindi
स्कूली बच्चों के लिए रंगो का त्यौहार होली पर निबंध बहुत महत्वपूर्ण है। फागुन मास की पूर्णिमा को यह त्यौहार पुरे भारत खासकर उत्तर भारत में बड़े ही हर्ष के साथ मनाई जाती है। होली का त्यौहार प्राचीनकाल से भारत मे मनाया जा रहा है। होली के त्यौहार के दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है और उसके अगले दिन धुलण्डी का अवकाश होता है।
वेसे तो होली Holi पूरे भारत के मनाई जाती है लेकिन खासकर उत्तर भारत मे इसका उत्साह ज्यादा है। व्रन्दावन की होली, ब्रज की होली, मथुरा की होली पूरे भारत मे बहुत फेमस है। व्रन्दावन में लठमार होली खेली जाती है। इस त्यौहार से जुडी वैसे तो कई साड़ी कथाये है लेकिन इस पोस्ट Essay And Information About Holi In Hindi में सबसे अधिक महत्व वाली कथा ही बताई जा रही है।
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होली का इतिहास (History Of Holi In Hindi)
इस त्यौहार से जुड़ी कथा राजा हिरणकश्यप और भक्त प्रहलाद के बारे में है। इस कथा में हिरण्यकश्यप की बहन होलिका ने भक्त प्रहलाद को मारने के लिए उसे आग में अपने साथ लेकर बैठी थी। इस पौराणिक कथा के अनुसार भारत में एक राजा राज करता था जिसका नाम हिरण्यकश्यप था। उसका एक पुत्र था जिसका नाम प्रहलाद था। प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। हिरण्यकश्यप चाहता था कि उसका पुत्र उसकी भक्ति करे लेकिन प्रहलाद भगवान विष्णु की भक्ति करता था।
भगवान विष्णु की भक्ति करने के कारण हिरण्यकश्यप क्रोधित हुआ। वो अपने पुत्र प्रहलाद को मारने पर आतुर हो गया। हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने के कई प्रयास किये थे लेकिन हर बार वो असफल रहा। हिरण्यकश्यप की एक बहन थी जिसका नाम होलिका था।
होलिका को भगवान से वरदान था कि आग उसे जला नही सकती थी। इसलिए होलिका ने भक्त प्रहलाद को अपने साथ आग में बैठा दिया। आग में बैठने के बाद भी भक्त प्रहलाद ने विष्णु जी की भक्ति ना छोड़ी। भगवान की कृपा से प्रहलाद को आग नुकसान नही पहुँचा सकी लेकिन इस आग से होलिका जलकर मर गयी। इसके बाद से ही हिन्दू धर्म के लोग इस त्यौहार को बड़े जोर शोर से मनाते आ रहे है।
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होली का महत्व की जानकारी – Importance Of Holi Festival
दोस्तों, होली की पावन संध्या पर होलिका दहन किया जाता है। इस रात को लोग एक जगह इक्कठा होकर होली जलाते है। होली जलाने के लिए लकड़ी, घास और गोबर का ढेर लगाया जाता है। बुराई रूपी इस ढ़ेर को जलाकर लोग होलिका दहन करते है। अग्नि में नई फसल का अन्न चढ़ाया जाता है।
होली के अगले दिन धुलण्डी का त्यौहार मनाया जाता है। यह दिन रंगों से खेलने का दिन होता है। इस दिन लोग आपस मे मिलते है और गुलाल लगाते है। छोटे बच्चे पिचकारी में रंग भरकर एक दूसरे को रंग से भिगो देते है। लोग इस दिन एक दूसरे का मुंह मीठा करते है और त्यौहार की बधाई देते है। लोग आपस की दुश्मनी को भुलाकर गले मिलते है। फागुन माह की पूर्णिमा को यह त्योहार बड़ी उमंग से मनाया जाता है।
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रंगो का त्यौहार होली पर निबंध (Essay On Holi In Hindi)
होली के दौरान कई लोग नकली और रासायनिक रंगों का इस्तेमाल करते है। इस प्रकार के रंग स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते है। इन रंगों से चर्म रोग हो सकते है। इसलिये अच्छे और प्राकृतिक रंगों का ही उपयोग करना चाहिये।
बॉलीवुड की फिल्मों में भी होली के ऊपर काफी गीतों का फिल्मांकन किया गया है। कई फिल्मी गीत है जो होली के त्यौहार पर बजाए जाते है। चाहे वो “होली खेले रघुवीरा अवध में” हो या फिर “होली के दिन दिल खिल जाते है” हो। हिंदी फिल्मों के ये गीत होली के त्यौहार में रंग जमा देते है। होली का त्यौहार प्रेम में सरोबार कर देता है। मौज मस्ती के इस त्यौहार का इंतेज़ार हिन्दू धर्म के लोग बेसब्री से करते है।
Note:- होली के बारे में जानकारी Information About Holi In Hindi और इस आर्टिकल में होली पर निबंध Essay On Holi In Hindi कैसा लगा। होली का इतिहास “History Of Holi In Hindi” के सन्दर्भ में आपके विचारो का स्वागत है।
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