यह आर्टिकल Information About Rakesh Sharma In Hindi भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की जीवनी (Biography Of Rakesh Sharma In Hindi) पर आधारित है। भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री विंग कमांडर राकेश शर्मा थे। राकेश शर्मा ने पूरे 7 दिन अंतरिक्ष मे बिताए थे। भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर के पद पर भी कार्य किया था।
राकेश शर्मा की जीवनी Biography Of Rakesh Sharma In Hindi
राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) का जन्म 13 जनवरी 1949 में पंजाब के पटियाला शहर में हुआ था। राकेश शर्मा के पिता का नाम देवेंद्र शर्मा और माता का नाम तृप्ता शर्मा था। राकेश शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद की स्कूल में हुई थी जिसका नाम सेंट जॉर्ज ग्रामर स्कूल था। उच्च शिक्षा के लिए उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से स्नातक किया।
वर्ष 1966 को राकेश शर्मा एनडीए के लिए चयनित हुए। इंडियन एयर फोर्स में एक ट्रेनी कैडेट के रूप में उनका चयन हुआ था। एनडीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद राकेश शर्मा की नौकरी भारतीय वायुसेना में बतौर टेस्ट पायलेट लग गई। राकेश शर्मा भारतीय वायुसेना के स्क्वार्डन लीडर के तौर पर भी नियुक्त हुए थे। राकेश शर्मा का विवाह मधु शर्मा नामक महिला से हुआ था।
20 सितंबर 1982 में राकेश शर्मा का चयन एक अंतरिक्ष मिशन के लिये हुआ। यह अंतरिक्ष मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान और सोवियत संघ के इंटरकॉसमॉस स्पेस प्रोग्राम दोनों के तत्वाधान में हुआ था। इसी गौरवशाली मिशन के तहत राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय बने थे।
राकेश शर्मा का जीवन परिचय Information About Rakesh Sharma In Hindi
राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) ने अपने इस अंतरिक्ष मिशन की ट्रेनिंग सोवियत संघ के कजाकिस्तान के बेक़ानूर अंतरिक्ष ट्रेनिंग संस्थान में की थी। 3 अप्रैल 1984 का वो ऐतिहासिक दिन जब राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी। बेक़ानूर से “सोयुज टी-11” नामक अंतरिक्ष यान से राकेश शर्मा और उनके साथी वाईवी मालिशेव और जी एम स्ट्रकोलाफ़ ने उड़ान भरी थी।
तीनो यात्रियों को यान ने सोवियत संघ के ऑर्बिटल स्टेशन सेल्यूत-7 पहुँचा दिया। अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचते ही भारत विश्व का 14 वा देश था जिसने अंतरिक्ष में मानव भेजा था। राकेश शर्मा विश्व के 138 वे मनुष्य थे जिन्होंने अंतरिक्ष का सफर किया था। राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष स्टेशन पर पूरे 7 दिन 21 घण्टे 40 मिनट बिताए। अंतरिक्ष स्टेशन पर रहते हुए राकेश शर्मा ने बायो मेडिसिन और रिमोट सेंसिंग पर कार्य और रिसर्च किया था। तीनो अंतरिक्ष यात्रियों ने 33 प्रयोग किये थे।
भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का सम्मान
राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) ने भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ अंतरिक्ष से बात भी की थी। इस बातचीत को टेलीविजन पर लाइव दिखाया गया था। इसको भारत के लाखों लोगों ने लाइव देखा था। इसी बातचीत के दौरान इंदिरा जी ने राकेश शर्मा जी से पूछा कि ” अपना भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है” तब राकेश शर्मा का जवाब था ” सारे जहां से अच्छा”।
इस मिशन के बाद भारत लौटने पर राकेश शर्मा को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। इस तरह राकेश शर्मा अंतरिक्ष मे जाने वाले प्रथम भारतीय बने थे। राकेश शर्मा को हीरो ऑफ सोवियत संघ के पद से भी सम्मानित किया गया था।
विंग कमांडर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद 1987 में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड में जॉइन हुए। राकेश शर्मा एक बहादुर विंग कमांडर थे जिन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान अपनी बहादुरी दिखाई थी। इसी जज्बे के साथ वो भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री रहे। भारत अपने इस महान सपूत को कभी नही भूल सकता।
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Nice article I Bala Kalasua