पदार्थ की अवस्थाएं विषय पर यह लेख 5 States Of Matter In Hindi (Types) आधारित है। पदार्थ की 3 मुख्य अवस्था होती है जिनके बारे में आपने जरूर सुना होगा। परन्तु 2 और अवस्था है जिनके बारे में आधुनिक विज्ञानं ने बताया। इन सभी के बारे में संक्षिप्त परिचय यहां दिया गया है। साथ ही पदार्थ क्या है? और इसके भौतिक गुणधर्म की जानकारी प्राप्त करेंगे। पृथ्वी और ब्रह्मांड में मौजूद प्रत्येक चीज मैटर से बनी हुई है। धरती पर मौजूद पदार्थ की 5 मुख्य अवस्थाएं मानी जाती है। तो आइये दोस्तों, पदार्थ की 3+2 अवस्था (5 States Of Matter In Hindi) के बारे में पढ़ते है।
पदार्थ किसे कहते हैं? संक्षिप्त परिचय – What Is Matter In Hindi Science
दुनिया या यूं कहिये ब्रह्मांड में जो कुछ भी है, वो पदार्थ है। आसान भाषा में कहे तो पदार्थ वो है जिसका द्रव्यमान (Mass) और आयतन (Volume) होता है। यानिकि हर वो चीज पदार्थ है जो कुछ न कुछ जगह घेरती है और उसका वजन होता है। किसी भी वस्तु की सबसे छोटी इकाई परमाणु है, पदार्थ इन्ही से मिलकर बनता है। हम इसे अनुभव कर सकते है।
पदार्थ ठोस, द्रव्य या गैसीय कैसा होगा? यह उसके अंदर मौजूद कणों के मध्य लगने वाले अन्तरणविक बल पर निर्भर करता है। यह बल जितना प्रबल और ताकतवर होगा, उतना ही पदार्थ ठोस अवस्था पर रहता है। बल के कमजोर होने पर द्रव्य अवस्था और इसके बाद गैसीय अवस्था आती है। इसे आप बर्फ के उदाहरण से आसानी से समझ सकते है। जैसे कि बर्फ ठोस है जबकि गर्म करके पिघलने पर द्रव्य बन जाती है। इसे और अधिक गर्म करने पर वाष्प (गैस) बन जाती है।
पदार्थ को एक आसान उदाहरण से समझा जा सकता है –
मान लीजिए की एक फुटबॉल है। इसका एक निश्चित द्रव्यमान यानिकि वजन होता है। यह बॉल एक निश्चित जगह (Volume) घेरती है। पहाड़, समुद्र, पानी, हवा, ह्यूमन, जानवर इत्यादि सभी पदार्थ से मिलकर बनते है।
पदार्थ की अवस्था (States Of Matter) के बारे में पढ़ने से पूर्व द्रव्यमान और आयतन किसे कहते हैं? विषय पर प्रकाश डालते है।
द्रव्यमान क्या है?
- किसी भी पदार्थ का द्रव्यमान उसमें मौजूद द्रव्य की मात्रा है। द्रव्यमान स्थिर राशि है।
- द्रव्यमान का SI मात्रक Kg (किलोग्राम) होता है।
आयतन क्या है?
- पदार्थ के द्वारा घेरी गयी जगह को उसका आयतन कहते है।
- आयतन का SI मात्रक M3 होता है।
पदार्थ की अवस्थाएं कितनी होती हैं? States Of Matter In Hindi
पहले पदार्थ की 3 अवस्था की ही जानकारी थी परंतु नई खोजों ने भौतिक विज्ञान में 2 और अवस्थाएँ प्राप्त की है। तो आइए पदार्थ की 5 अवस्थाओं के नाम की जानकारी प्राप्त करते है।
1. ठोस अवस्था (Solid State)
इस अवस्था में पदार्थ का आकार और आयतन दोनों ही निश्चित होते है। ऐसे पदार्थ को ठोस कहते है। बाह्य बल का इन पर प्रभाव नगण्य होता है।
ठोस अवस्था को दो भागों में बांटा गया है।
- क्रिस्टलीय
- अक्रिस्टलीय
उदाहरण – पत्थर, पेड़, जानवर, लोहा, कुर्सी, वस्तु इत्यादि सभी पदार्थ की ठोस अवस्था के उदाहरण है।
ठोस के गुणधर्म:-
- पदार्थ में मौजूद कण आपस में नजदीक होते है। कणों के मध्य रिक्त स्थान अन्य अवस्थाओं से कम होता है। इससे है कण गति नही कर पाते है।
- ठोस का घनत्व उच्च होता है क्योंकि इनके अंदर मौजूद कण आपस में बहुत नजदीक होते है।
- अन्य पदार्थ अवस्थाओं की तुलना में बेहद जटिल अणु संरचना होती है। ठोस में अणुओं के बीच में सहसंयोजक बंध होता है।
- सबसे कम संमपीडिता ठोस में पाई जाती है। इससे बाह्य बल का प्रभाव बहुत कम पड़ता है।
2. द्रव अवस्था (Liquid States Of Matter)
आकार अनिश्चित जबकि आयतन निश्चित होता है, पदार्थ की द्रव अवस्था कहलाती है। कणों में अन्तरणविक बल ठोस के मुकाबले कमजोर होता है। इसलिए इसे बहने वाली अवस्था (तरल) भी कहा जाता है। द्रव पदार्थ में मौजूद अणु गति करते है क्योंकि आकर्षण बल कमजोर होता है। परन्तु इन कणों की गति पदार्थ के अंदर तक ही सीमित होती है।
उदाहरण – जल, तेल, दूध इत्यादि सभी पदार्थ की द्रव अवस्था को बताते है।
द्रव के गुणधर्म:-
- इस प्रकार के पदार्थ में अणुओं के मध्य दूरी ठोस के मुकाबले ज्यादा होती है। इनके कण गति करते है लेकिन गति सीमित होती है।
- इस प्रकार के पदार्थ किसी भी पात्र में रखने पर उसका आकार ग्रहण कर लेते है।
- द्रव की संपीडियता बहुत कम लेकिन ठोस से अधिक होती है। बाह्य बलों का प्रभाव पड़ता है।
- इस अवस्था का घनत्व ठोस की तुलना में कम होता है।
3. गैसीय अवस्था (Gas State)
पदार्थ की इस अवस्था में आकार और आयतन दोनों ही अनिश्चित होते है। पदार्थ को एक निश्चित बिंदु (गलनांक) पर गर्म करने पर वाष्प या गैस बनती है। इस बिंदु पर आकार और आयतन परिवर्तित हो जाता है।
उदाहरण – ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन इत्यादि गैसेस है।
गैस के गुणधर्म:-
- गैस के मुक्त अणु स्वतन्त्र रूप से गति करते है। अणुओं के मध्य दूरी बहुत ज्यादा होती है। इसका कारण अणुओं के मध्य अन्तरणविक बल का कम होना है।
- इनकी समपीडियता उच्च होती है। इसलिए गैस पदार्थ पर दाब लगाने पर आयतन कम हो जाता है।
- गैस का घनत्व बहुत कम होता है।
4. प्लाज्मा अवस्था (Plasma States Of Matter)
यह पदार्थ की चौथी अवस्था है। पुराने समय में केवल ठोस, द्रव और गैस को ही पदार्थ की अवस्थाएँ माना जाता था। नई खोजो से पदार्थ की चौथी अवस्था प्लाज्मा ज्ञात हुई। इसमें आवेशित कण आयन और इलेक्ट्रॉन पाये जाते है। गैसीय अवस्था से ही प्लाज्मा अवस्था आती है। गैस पदार्थ में ऊर्जा का संचार करने पर उसके अणुओं में मौजूद प्रोटोन, इलेक्ट्रॉन में आयनीकरण हो जाता है। इससे इलेक्ट्रॉन निकल जाते है और केवल आयन बचते है। आयनीकरण के बाद आवेशित गैसीय अवस्था प्लाज्मा कहलाती है। पदार्थ की इस अवस्था को प्राप्त करने के लिए अत्यधिक तापमान की आवश्यकता पड़ती है।
उदाहरण – ब्रह्मांड का अधिकतर हिस्सा प्लाज्मा का बना है। तारों में पदार्थ की 4th अवस्था ही होती है।
प्लाज्मा के गुणधर्म:-
- यह अवस्था विद्युत की सुचालक होती है।
- गैस की तरह की इसका आकार और आयतन अनिश्चित होता है।
- ठोस, द्रव और गैस अवस्थाओं में परमाणु पर इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन की संख्या बराबर होती है। परन्तु प्लाज्मा में ऐसा नही होता है क्योंकि इसमें पॉजिटिव आवेश ही रहता है।
- ऐसा नही है कि प्लाज्मा में केवल पॉजिटिव आवेश ही रहता है, कई केसों में नेगेटिव आवेश भी मिलता है। यह फ्री इलेक्ट्रॉन के कारण होता है।
5. बोस आइंस्टीन कंडेंसेट
यदि कुछ तत्वों (खास प्रकार के) को -273 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा किया जाये तो पदार्थ की यह अवस्था प्राप्त होती है। इस तापमान पर ठंडा करने पर पदार्थ के अणुओं में मौजूद परमाणु गति करना बंद कर देते है। अर्थात पदार्थ के सारे परमाणु फ्रिज होकर एक ही परमाणु की तरह व्यवहार करते है। भारत के महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस और दुनिया के महानतम वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने पदार्थ के इस चरण की अवधारणा बतायी थी। इसे पदार्थ की बोस आइंस्टीन कंडेंसेट अवस्था कहते है।
पदार्थ की एक अवस्था से दूसरी अवस्था में परिवर्तन – Changing States Of Matter
आपने पदार्थ के क्वथनांक और गलनांक बिंदु के बारे में पढ़ा। पदार्थ एक अवस्था से दूसरी अवस्था में परिवर्तित होता है। एक निश्चित बिंदु पर प्रदार्थ अपनी अवस्था में बदलाव लाता है। ये दोनों बिंदु क्या है? आइये बात करते है।
गलनांक क्या है? (Melting Point Of Matter)
पदार्थ का वह बिंदु जिस पर वह ठोस से द्रव में परिवर्तित होता है।
क्वथनांक क्या है? (Boiling Point Of Matter)
इस बिंदु पर तरल पदार्थ ठोस में परिवर्तित होता है।
उदाहरण के तौर पर बर्फ (Ice) ठोस होती है। इसका तापमान बढ़ाने पर द्रव में बदल जाती है। और अधिक तापमान करने पर गैस में परिवर्तित हो जाती है। द्रव का तामपान शून्य करने पर वह वापस बर्फ बन जाता है। जिन बिंदुओं पर बर्फ तरल में और तरल बर्फ में बदलती है, उन्हें क्रमशः गलनांक और क्वथनांक कहते है।
तो मित्रों आपने जाना कि पदार्थ की अवस्था (States Of Matter In Hindi) के नाम क्या है? पदार्थ की अवस्थाएं कितनी होती हैं? साथ ही आपने पदार्थ क्या है? गुणधर्म और उदाहरण सहित विवरण पढ़ा। हम आशा करते है कि यह पोस्ट Types And 5 States Of Matter In Hindi आपको पसंद आयी होगी। इसे विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर भी करें।
यह भी पढ़े –