इस पोस्ट Information About Charminar In Hindi में चारमीनार का इतिहास (History Of Charminar In Hindi) व जानकारी है। चारमीनार भारत देश के हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित है। यह एक ऐतिहासिक इमारत है जो हैदराबाद की पहचान है। इस स्मारक के शीर्ष पर मस्जिद भी मोजूद है। चारमीनार का महत्व धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों तरह से है। चारमीनार का इतिहास और महत्व पर इस पोस्ट “Essay On Charminar In Hindi” में चर्चा करेंगे।
चारमीनार का इतिहास History Of Charminar In Hindi
1. चारमीनार (Charminar) वर्ष 1591 में बना स्मारक है जो इस्लामिक स्थापत्यकला को दर्शाता है। इस स्मारक के ऊपर 4 मीनार या टॉवर मौजूद है, यही कारण है कि इसे चारमीनार कहते है।
2. चारमीनार कहां स्थित है – चारमीनार भारत के हैदराबाद शहर में मुसी नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। चारमीनार के बनने के पश्चात ही इसके चारों और हैदराबाद शहर बसा था। इसलिए यह ऐतिहासिक इमारत शहर के बीच मे स्थित है।
3. इस खूबसूरत मीनार का निर्माण सुल्तान मुहम्मद क़ुली क़ुतुब शाह ने करवाया था। क़ुतुब शाह क़ुतुब राजवंश के गोलकुंडा राज्य के शासक थे। राजधानी को गोलकुंडा से हैदराबाद स्थान्तरित करने के बाद उन्होंने चारमीनार का निर्माण करवाया था।
4. इस ऐतिहासिक मीनार के निर्माण के पीछे एक कहानी भी है। इस कहानी के अनुसार क़ुतुब शाह के शासन के दौरान गोलकुंडा में हैजा महामारी फैल गयी थी। इस महामारी से निजात पाने के लिए मुहम्मद क़ुली क़ुतुब शाह ने अल्लाह से प्राथना की थी। उन्होंने संकल्प लिया था कि अगर हैजा महामारी खत्म हो जाती है तो वह एक मस्जिद का निर्माण करेंगे। प्लेग या हैजा महामारी से निजात मिलने के बाद उन्होंने मन्नत के अनुसार हैदराबाद में चारमीनार का निर्माण करवाया था।
5. चारमीनार इमारत के निर्माण के पीछे एक तथ्य यह भी है कि गोलकुंडा और तटीय क्षेत्र मछलीपट्टनम को आपस में व्यापारिक मार्ग के जरिये जोड़ा जा सके। इससे गोलकुंडा राज्य का समुद्री व्यापार आसान हो गया था।
Information About Charminar In Hindi चारमीनार की जानकारी –
5. चारमीनार (Charminar) मीनार वर्गाकार बनी हुई है। इसके चारों तरफ कोनो में मेहराबदार आलीशान दरवाजे (प्रवेश द्वार) बने हुए है। प्रवेश द्वारों पर बने मेहराब इस्लामी स्थापत्य शैली में बने हुए है। ये चारों दरवाजे चौराहे की तरह है जो चार दिशाओं में खुलते है। इनकी चैड़ाई 11 मीटर और ऊंचाई 20 मीटर है। चारमीनार की ऊंचाई 48.7 मीटर है। मीनार के अंदर 149 घुमावदार सीढ़ियां बनी हुई है। चारमीनार का निर्माण ग्रेनाइट, चूना पत्थर और संगमरमर से किया गया था।
6. चारमीनार की चारों दिशाओं के द्वारों पर घड़ी लगी हुई है। इन घड़ियों को वर्ष 1889 में लगाया गया था। चारमीनार के बीच में एक फव्वारा भी लगा हुआ है। मुस्लिम यहां पर नमाज के लिए हाथ पांव धोते है।
7. इस मीनार के ऊपर एक खुली मस्जिद है जिसमें इबादत होती है। मीनार के ऊपर चारों कोनों में छोटी छोटी मीनारे बनी हुई है। चारमीनार के पूर्वी भाग में सुल्तान के शासन के समय दरबार लगता था।
8. चारमीनार के दक्षिण दिशा में मक्का मस्जिद स्थित है। ऐसा माना जाता है कि गोलकुंडा के शासक क़ुतुब शाह ने इस मस्जिद के पत्थर इस्लाम मजहब के पवित्र शहर मक्का से मंगवाए थे।
9. चारमीनार से लेकर गोलकुंडा के किले तक एक गुप्त सुरंग भी बनी हुई है। ऐसा माना जाता है कि सुल्तान ने आपात स्थिति के लिए इस सुरंग का निर्माण किया था।
10. चारमीनार के आसपास का इलाका चारमीनार बाजार कहलाता है। इस इलाके में लाड़ बाजार स्थित है जो चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। इसी बाजार में विश्व प्रसिद्ध हैदराबादी बिरयानी का स्वाद आप ले सकते है।
चारमीनार Charminar Information In Hindi –
11. पर्यटन की दृष्टि से हैदराबाद की चारमीनार प्रसिद्ध है। हर साल हजारों सैलानी हैदराबाद चारमीनार घूमने आते है। वर्ष 2010 में चारमीनार को यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया था।
12. चारमीनार (Charminar) हैदराबाद शहर की मुख्य पहचान है। क़ुतुब राजवंश से लेकर निजामों के शासन तक कि गवाह चारमीनार है। कभी हैदराबाद घूमने जाना हो तो चारमीनार जरूर देखना।
अन्य ऐतिहासिक इमारते –
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