यह आर्टिकल What Is Printer In Hindi प्रिंटर क्या है? के बारे में जानकारी पर है। प्रिंटर का मुख्य कार्य कंप्यूटर में मौजूद सॉफ्ट कॉपी को पेपर पर हार्ड कॉपी में प्रिंट देना होता है। इसलिए प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है जो प्रिंट देने का कार्य करता है।
दुनियाभर में प्रिंटर इस्तेमाल किया जाता है क्यूंकि यह बहुत उपयोगी डिवाइस है। Printer क्या होता है? और प्रिंटर के प्रकार (Types Of Printer In Hindi) पर इस पोस्ट में आपसे जानकारी साझा करने का प्रयास है।
प्रिंटर क्या है – What Is Printer In Hindi
Printer कंप्यूटर में मौजूद Information को कागज पर Print करता है। यह प्रिंट Permanent Readable Format में होता है। प्रिंटर टेक्स्ट और इमेज को प्रिंट कर सकता है। प्रिंटर की क्वालिटी “DPI” (Dot Per Inch) में मापी जाती है।
किसी भी इमेज में मौजूद दो डॉट्स के बीच में जितना कम गैप होता है, उसका रेसोलुशन उतना ही ज्यादा होगा। वो इमेज उतनी ही अच्छी क्वालिटी की होगी। प्रिंटर पेपर पर किसी भी इमेज को डॉट्स में प्रिंट करता है। प्रिंटर की गति को “PPM” (Pages Per Minute) में मापा जाता है।
प्रिंटर का इतिहास Printer History In Hindi
प्रिंटर का आविष्कार Epson नामक कंपनी ने 1968 में किया था। यह EP – 101 नामक इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर था। मेकैनिकल प्रिंटर के रूप में टाइपराइटर का उपयोग भी किया जाने लगा था। आज भी टाइपराइटर का व्यापक उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के प्रिंटर में डेटा को मैन्युअल टाइप करना पड़ता था। इस प्रक्रिया में टाइम और मेहनत ज्यादा करनी पड़ती थी।
समय के साथ प्रिंटर और भी ज्यादा डेवेलप हुए। प्रिंट करने में समय कम लगने लगा और ज्यादा किफायती भी हुए। शुरुआती प्रिंटर एक बार में एक अक्षर प्रिंट करते थे लेकिन बाद के प्रिंटर पूरी लाइन को प्रिंट करने लगे।
शुरुआत में उपयोग होने वाले प्रिंटर कम क्वालिटी का आउटपुट देते थे लेकिन टेक्नोलॉजी के विकास के साथ प्रिंटर की गुणवत्ता भी बढ़ती चली गयी। प्रिंटर ब्लैक एंड व्हाइट और रंगीन दोनों प्रकार के प्रिंट निकालता है।
व्यवसायिक उपयोग के लिए प्रिंटर का व्यापक इस्तेमाल 80 के दशक में शुरू हुआ था। 1984 में hp Laser jet प्रिंटर का निर्माण हुआ। आज के समय में थ्री डी प्रिंटर भी इस्तेमाल किये जाते है।
प्रिंटर के बारे में जानकारी Printer Information
प्रिंटर को कार्य करने के लिए कंप्यूटर से कनेक्ट होना पड़ता है। कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए यूएसबी केबल का उपयोग किया जाता है। कुछ वायरलेस प्रिंटर भी होते है जिन्हें ब्लूएटूथ के माध्यम से कनेक्ट किया जाता है। कंप्यूटर में प्रिंटर का ड्राइवर इनस्टॉल होता है। बिना ड्राइवर के प्रिंटर कार्य नही कर पाता है।
Computer से प्रिंट देने की Shortcut Key क्या है?
कंप्यूटर के द्वारा किसी भी डॉक्यूमेंट को प्रिंट देने के लिए Shortcut Key “Ctrl+P” है।
Printer के क्षेत्र में कई नामचीन कम्पनियां आती है जो प्रिंटर का उत्पादन करती है। Hp, Epson, Brothers, Dell, Samsung प्रमुख है। प्रिंटर का उपयोग घर, आफिस, इंडस्ट्री इत्यादि में किया जाता है।
प्रिंटर के प्रकार Types Of Printer In Hindi
प्रिंटर Speed और Functions के आधार पर दो प्रकार के होते है। तो आइए प्रिंटर के प्रकार (Types Of Printer In Hindi) को जानने का प्रयास करते हैं।
(A) इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) (B) नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर (Non – Impact Printer)
(A) इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer)
इस प्रकार के प्रिंटर में प्रिंटिंग का कार्य इम्पैक्ट के कारण होता है। इसमे प्रिंट हेड या एक प्रकार का प्रिंट हैमर पेपर से टकराता है जिससे पेपर पर अक्षर उभरते है। Impact Printer केवल टेक्स्ट को प्रिंट करते है। ग्राफिक्स या इमेज को प्रिंट नही कर पाते है। ये बहुत कम गति के साथ डेटा प्रिंट करते है। इम्पैक्ट प्रिंटर चलते वक्त शोर बहुत करते है जिसका कारण इसका इम्पैक्ट डिवाइस होता है।
Impact Printer मुख्यतः दो प्रकार के होते है –
1. कैरेक्टर प्रिंटर (Character Printer) 2. लाइन प्रिंटर (Line Printer)
1. कैरेक्टर प्रिंटर (Character Printer)
इस प्रकार के प्रिंटर एक बार मे केवल एक कैरेक्टर ही प्रिंट कर पाते है। इन प्रिंटर्स की गति और क्वालिटी भी कम होती है। ये प्रिंटर अन्य प्रिंटरों के मुकाबले सस्ते होते है लेकिन इनके खराब होने की संभावना ज्यादा होती है।
Example – डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर, डेज़ी व्हील प्रिंटर
2. लाइन प्रिंटर (Line Printer)
इस प्रकार के प्रिंटर एक बार में पूरी लाइन प्रिंट करते है। ये प्रिंट करने से पहले लाइन में लिखी इन्फॉर्मेशन को स्टोर करते है। इसके बाद ये लाइन को पेपर पर उकेरते है। ये प्रिंटर भी शोर बहुत करते है।
Example – ड्रम प्रिंटर, चैन प्रिंटर
(B) नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर (Non – Impact Printer)
इस प्रकार के प्रिंटर में इम्पैक्ट डिवाइस नही होता है। कागज पर किसी भी प्रकार की स्ट्राइक नही होती है। बिना पेपर पर इम्पैक्ट किये ही प्रिंट किया जाता है। इसे व्यवसायिक और घरेलू उपयोग में व्यापक तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। यह टेक्स्ट के साथ ग्राफ़िक भी प्रोड्यूस करता है। ये प्रिंटर कार्य करते वक्त शौर कम करते है। नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर ब्लैक एंड व्हाइट और रंगीन दोनों प्रकार के प्रिंट देता है।
Example – इंकजेट प्रिंटर, लेज़र प्रिंटर, थर्मल प्रिंटर, प्लॉटर, Multi Functional Device (M.F.D.) etc.
मुख्यतः उपयोग में आने वाले Printer In Hindi
(1) लेज़र प्रिंटर (Laser Printer)
यह Printer एक नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर है जो प्रमुखता से उपयोग किया है। यह मुख्यतया ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंट देता है लेकिन कुछ लेज़र प्रिंटर रंगीन प्रिंटआउट भी देते है। यह प्रिंटर सुखी स्याही का उपयोग करता है। सुखी स्याही पाउडर के फॉर्म में होती है।
लेज़र प्रिंटर बफर का उपयोग डाटा स्टोर के लिए करता है। इसमें प्रिंट किये जाने वाले सम्पूर्ण डेटा को स्टोर करते है। पूरा डाटा लोड होने के बाद ही प्रिंट होता है। यह लेज़र बीम की सहायता से पेपर पर प्रिंट देता है। इसमे लेज़र बीम एक मिरर पर स्ट्राइक होती है।
इस प्रिंटर में एक ड्रम और टोनर होता है। इसको कार्टेज भी कह सकते है। टोनर में सुखी स्याही भरी होती है जिससे टेक्स्ट और इमेज प्रिंट होती है। पेपर ड्रम के द्वारा रोल होता है और टोनर की स्याही उस पेपर पर प्रिंट करती है। लेज़र प्रिंटर की स्पीड बहुत तेज होती है। ज्यादातर लेज़र प्रिंटर 8 पेजेज प्रति मिनट की दर से प्रिंट करते है। ये प्रिंटर शौर भी बहुत कम करते है। इसमे प्रति प्रिंट की लागत भी कम आती है।
(2) इंकजेट प्रिंटर (Inkjet Printer)
इस प्रकार के प्रिंटर रंगीन होते है। इसमें विभिन कलर्स की इंक का उपयोग प्रिंट देने के लिए किया जाता है। इंक चार रंगों की होती है जिनमे Cyan, Magenta, Yellow और Black होते है। इन रंगों को CMYK भी कहा जाता है। हाई क्वालिटी इमेज प्रोड्यूस करने के लिए इंकजेट का उपयोग करते है। यह एक छोटे छिद्र वाली नॉजल की सहायता से इंक का छिड़काव कागज पर करता है। इंक कागज पर तुरंत सुख जाती है।
इंकजेट प्रिंटर भी तेजी से प्रिंट करते है और कम शौर उत्पन्न करते है। इंकजेट प्रिंटर 300 डॉट्स प्रति इंच की छपाई करते है। इंकजेट प्रिंटर लेज़र प्रिंटर के मुकाबले सस्ता होता है।
(3) थर्मल प्रिंटर Thermal Printer
थर्मल प्रिंटर का उपयोग एटीएम मशीनों में पर्ची निकालने में किया जाता है। इसमें एक हीट एलिमेंट का उपयोग करते है। ये लागत में बहुत सस्ते होते है। इस प्रिंटर से लिया गया प्रिंट कुछ समय बाद पेपर से मिट जाता है।
(4) प्लाटर्स (Plotter)
इनका इस्तेमाल हाई क्वालिटी की इमेज प्रोड्यूस करने में किया जाता है। इमेज, चार्ट, ग्राफ को प्रिंट करने के लिए प्लाटर का यूज़ करते है। बैनर पोस्टर भी यह अच्छी तरह से प्रिंट करता है।
आजकल उपयोग में आने वाले ज्यादातर प्रिंटर MFD होते है। जिसमे प्रिंटर के साथ ही फोटोकॉपी और स्कैनर भी होता है। ज्यादातर इसी प्रकार के प्रिंटर का इस्तेमाल किया जाता है।
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