केंचुआ (Earthworm In Hindi) एक रोचक प्राणी है जो बारिश के दिनों में अक्सर देखने को मिल जाता है। यह प्राणी मिट्टी के नीचे बिल खोदकर रहता है। केंचुआ को किसानों का मित्र भी कहा जाता है। इस पोस्ट “Earthworm Information In Hindi” में केंचुआ से जुडी रोचक बातों को जानने का प्रयास करेंगे।
केंचुआ की जानकारी – Earthworm Information In Hindi
1. Earthworm रात्रिचर प्राणी है जो केवल रात को ही बिल से बाहर निकलता है। दिन में यह बिल में ही रहता है। इसको मिट्टी की ऊपरी परत हटाकर निकाला जा सकता है।
2. केंचुआ की करीब 6500 से भी ज्यादा प्रजातियां पूरी दुनिया में पाई जाती है। कुछ प्रजाति समुद्र में भी पाई जाती है। ज्यादातर मिट्टी के नीचे होते है। ये लगभग जमीन से 1 से 2 फुट नीचे मिलते है।
3. ये मिट्टी में बिल खोदकर रहते है। केंचुआ मिट्टी को खोदते समय उसको खाता भी है। इसके शरीर का आगे और पीछे का भाग नुकीला होता है जिससे मिट्टी खोदने में आसानी रहती है। मिट्टी की निचली परत को जमीन के ऊपर ले आते है जिससे मिट्टी की उवर्कता बनी रहती है।
4. केंचुआ उभयलिंगी (Bisexual) प्राणी है। इसके शरीर पर मादा और नर दोनों जननांग पाये जाते है लेकिन प्रजनन के लिए अन्य केंचुआ से इन्हें संबंध बनाने ही पड़ते है क्योंकि दोनों जननांग के बीच में दूरी ज्यादा होती है। केंचुआ 1 घण्टे तक सम्बन्ध बना सकता है।
5. केंचुआ के अंडों को “कोकून” कहा जाता है। कोकून का आकार गेंहू के दाने से भी छोटा होता है। एक बार में ये 15 से 20 कोकून देते है। एक कोकून से तीन बच्चे जन्म लेते है। बच्चे 30 से 45 दिनों में प्रजनन लायक हो जाते है।
6. केंचुआ के शरीर में हड्डी नही होती है। शरीर का 90 फीसदी भाग पानी होता है।
7. केंचुआ के आंख और कान नही होते है। इसका आशय यह है कि केंचुआ सुन और देख नही सकता है।
8. यह एक रेंगने वाला प्राणी है। केंचुआ की गति आगे और पीछे दोनों तरफ होती है। केंचुआ के शरीर में एक से ज्यादा दिल होते है।
केंचुआ क्या खाता है? Earthworm Compost (खाद)
- केंचुआ (Earthworm) भोजन को मुख के द्वारा लेता है जो आहरनाल में जाता है। केंचुआ का मुख्य भोजन पेडों की पत्तियां और मिट्टी होती है। केंचुआ मिट्टी से आवश्यक तत्वों का पाचन करके उसे मल त्याग में निकाल देता है।
- यह प्राणी अपने वजन के बराबर मिट्टी खाता है। केंचुआ के मल से खाद तैयार की जाती है। इस खाद में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैग्नेशियम जैसे तत्व साधारण मिट्टी की तुलना में काफी ज्यादा होते है।
- इसके शरीर पर मूत्र त्यागने के लिए कोई अंग नही होता है। मूत्र को शरीर की त्वचा से द्रव के रूप में केंचुआ निकालता है।
- केंचुआ का मल खाद का कार्य करता है जिससे खेत की उवर्कता बनी रहती है। इससे मिट्टी उपजाऊ बनती है। केंचुआ को किसान मित्र भी कहते है।
केंचुआ के रोचक तथ्य Earthworm Facts In Hindi
9. केंचुआ Earthworm की त्वचा तेज धूप सहन नही कर पाती है। इसलिए केंचुआ त्वचा को सूखने से बचाने के लिए इसे नम बनाये रखता है। इसकी त्वचा का रंग भूरा लाल होता है जिसपर श्लेष्मा की पतली झिल्ली होती है।
10. केंचुआ प्रकाश के प्रति संवेदनशील होता है। जब इसके शरीर पर प्रकाश पड़ता है तो यह प्रकाश से दूर भागता है। प्रकाश में ज्यादा समय तक रहने पर केंचुआ मर भी सकता है। मिट्टी के सूखने पर भी केंचुआ मर सकता है।
11. केंचुआ का खून मनुष्य की तरह लाल होता है। इसका खून ठंडा होता है।
12. केंचुआ के शरीर में सांस लेने के लिए फेफड़े नही होते है, इसलिये यह प्राणी शरीर की त्वचा से सांस लेता है।
केंचुआ की संरचना कैसी होती है?
13. यह प्राणी लम्बा और बेलनाकार होता है। केंचुआ का शरीर खण्डों में विभाजित होता है। इसके शरीर पर करीब 100 से ज्यादा खण्ड पाये जाते है। केंचुआ प्राणी की लंबाई 10 मिलीमीटर के आसपास होती है। लेकिन कुछ प्रजाति की लंबाई 12 फुट तक होती है। “जायंट गिप्पसलैंड केंचुआ” की लंबाई भी 12 फुट तक होती है।
14. केंचुआ Earthworm को कई जानवर और पक्षी खाते है। इनमे कुत्ते, बिल्ली, सांप जैसे जानवर आते है। दुनिया के कुछ हिस्सों में मनुष्य भी इनको खाते है।
15. केंचुआ का औसत जीवनकाल 1 से 2 वर्ष तक होता है।
केंचुआ की जानकारी (Earthworm Information In Hindi) पर यह पोस्ट Earthworm In Hindi आपको कैसी लगी? और अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को शेयर भी करे।
यह भी पढ़िए –