हिरोशिमा और नागासाकी का इतिहास History Of Hiroshima and Nagasaki In Hindi
हिरोशिमा (Hiroshima) और नागासाकी (Nagasaki) के बारे में तो आपने सुना ही होगा। अणु बम से बर्बाद हुए जापान Japan के ये शहर आज भी अपनी बर्बादी की इन्तहा दिखा रहे है। आज भी उस भयानकता के घाव हरे हो जाते है। इस आर्टिकल History Of Hiroshima and Nagasaki In Hindi में हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका के द्वारा एटम बम गिराए जाने का इतिहास देखेंगे।
आज से करीब 70 साल पहले इन शहरों पर अणु बम गिराये गये थे। इन शहरों का वजूद खत्म हो गया था और 2 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। इंसान अपने विनाश के कारण खुद रचता है और यह कारण है परमाणु बम। आज के परमाणु बम (Atom Bomb) उन बमो से भी कई गुना शक्तिशाली है जो हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराये गये थे।
एटम बम का इतिहास History Of Hiroshima and Nagasaki In Hindi
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन (Harry Truman) के इशारे पर ही ये बम गिराये गये थे। सबसे पहले बम हिरोशिमा पर 6 अगस्त 1945 में गिराया गया था। उसके 3 दिन बाद 9 अगस्त 1945 को नागासाकी पर बम गिराया गया था। इसकी वजह से 4 महीनों के अंदर हिरोशिमा में 1 लाख 60 हजार और नागासाकी में 80 हजार लोग मारे गए थे।
अमेरिका उसके बाद से ही सुपर पावर Super Power माना जाता है। उन दिनों अमेरिका और रूस के बीच सुपर पावर बनने के लिए कोल्ड वॉर चल रही थी। अमेरिका खुद को दुनिया का सिरमौर साबित करना चाहता था। वह दुनिया को दिखाना चाहता था कि वह सबसे ज्यादा ताकतवर है।
जापान पर हमला करके उसने वॉर तो जीत लिया लेकिन मानवता से हार गया। लाखो बेगुनाह इस वॉर की भेंट चढ़ गए और मानवता शर्मसार हो गयी। कुछ इंसान थे जो उस हमले में बच निकले थे। सुतोमु यामागुची (Tsutomu Yamaguchi) वो शख्श थे जो हिरोशिमा और नागासाकी दोनों शहरों में मौजूद थे।
आज भी उनको वो मंजर याद है जब हिरोशिमा पर 6 अगस्त 1945 में एटम बम गिराया गया था। सुतोमु भी वही पर थे। उनका शरीर बहुत बुरी तरह से जल गया था। इसके बाद वो नागासाकी चले आये लेकिन 3 दिन बाद 9 अगस्त 1945 को यहां पर भी बम गिरा दिया गया। इन दोनों हमलो से सुतोमु बच निकले।
परमाणु बम क्या है? (What Is Atom Bomb)
परमाणु बम (Atom Bomb) में दो क्रियाये होती है । एक तो नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) और दूसरी नाभिकीय विखण्डन (Nuclear Fission)। एटम बम में एक प्रदार्थ होता है जो यूरेनियम (Uranium) या प्लूटोनियम (Plutonium) है। इन्ही प्रदार्थो में Nuclear Process होती है जिन्हें विस्फोट क्रियाये भी कहते है।
नाभिकीय अभिक्रियाए क्या है? (Nuclear Fission)
नाभिकीय विखण्डन (Nuclear Fission) में परमाणु के केंद्र पर न्यूट्रॉन से प्रहार करते है जिससे विखण्डन होता है और ऊर्जा (Energy) बनती है। ये विस्फोट लगातार चलते रहते है क्योंकि विखण्डन चलता रहता है। न्यूट्रॉन (Neutron) बनते है और परमाणु पर प्रहार करके उसे विखण्डित कर देते है। इसे श्रंखला अभिक्रिया भी कहते है। इसी कारण परमाणु बम का विस्फोट बहुत भयानक होता है क्योंकि यह लगातार चलता रहता है।
हाइड्रोजन बम क्या है? (Hydrogen Bomb)
हाइड्रोजन बम परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक होते है। इसमें हाइड्रोजन के समस्थानिक ड्यूटीरियम और ट्राइटिरियम (Deuterium and Tritium) इस्तेमाल होते है। परमाणुओं के संलयन से हाइड्रोजन बम का विस्फोट होता है। यह संलयन क्रिया High Temperature पर की जाती है। ये इतना High Temperature होता है कि इसको उत्पन्न करने के लिए परमाणु बम के विस्फोट की आवश्यक्ता पड़ती है।
जब इन परमाणुओं को उचित Temperature मिल जाता है तो इनका संलयन Fusion प्रारम्भ होता है। जब इनका संलयन होता है तो ऊष्मा और किरणे निकलती है यह ऊष्मा हाइड्रोजन को हीलियम में बदलती है। यही क्रिया ऊर्जा का स्रोत है और यह विनाश है।
अमेरिका ने 1953 में दुनिया में सबसे पहले हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb) का आविष्कार किया था। इसका विस्फोट TNT के लाखों टन के बराबर था। 1955 में रूस ने भी हाइड्रोजन बम का निर्माण किया। इसके बाद तो एटम बम होड़ मच गयी। रूस के बाद चीन, फ़्रांस ने भी परीक्षण किया। 2016 तक पूरी दुनिया में 9 देशो के पास परमाणु बम बन चुके थे।
क्या आप जानते है की इन 9 देशों के पास 16300 परमाणु बम है। जी हां हम सच कह रहे है पुरे 15000 से भी ज्यादा परमाणु बमो का जखीरा है। ये परमाणु बम पूरी दुनिया को खत्म करने के लिए काफी है। दुनिया में मानवता के खात्मे की बिसात खुद मानव ने बिछा ली है। दुनिया तबाही की और अग्रसर है।
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Nice post
Thank u sir ji